जमीनी मामले में सी ओ और थाना प्रभारी नही मान रहे हैं न्यायालय के आदेश को

मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में एक बार फिर से अंचलाधिकारी की मनमानी देखी जा रही है।जिला के अस्थावां प्रखंड स्थित चिल्हारी गांव में जमीन मालिक को खुद के जमीन पर मकान बनाना सीईओ की वजह से महंगा पड़ रहा है। आपको बता दें कि चिल्हारी गांव में जमीन मालकिन भासो देवी जिनका कुल जमीन 1 एकड़ 22 डिसमिल है जिसे वैष्णो देवी की पिता ने अपनी बेटी भासो देवी जमाई दिनेश पासवान के नाम किया था

उस जमीन पर कोर्ट के अनुसार कानूनी रूप से 22 डिसमिल जमीन पर वैष्णो देवी का अधिकार है। जिस पर वह अपने घर बना सकती हैं जिसको लेकर उन्होंने अपने 3 डिसमिल जमीन पर मकान निर्माण का कार्य शुरू किया लेकिन तभी अंचलाधिकारी और स्थानीय थाना के द्वारा कार्य को रोकवा दिया गया और साथ ही यह भी कहा गया कि अगर इस जमीन पर किसी भी तरह का मकान निर्माण का कार्य होता है तो प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी।कोर्ट के आदेश के बाद जमीन पर मकान बनाने का कार्य शुरू करने के दौरान अंचलाधिकारी और स्थानीय थाना के द्वारा रुकावट डालने को लेकर जमीन मालकिन भासो देवी नालंदा जिला अधिकारी शशांक शुभंकर के पास शिकायत लेकर पहुंची शिकायत में उन्होंने अपनी सारी परेशानियों को बताया जिस पर जिलाधिकारी ने साफ तौर पर भासो देवी को कहा कि आप अपनी जमीन पर बेफिक्र होकर अपना मकान निर्माण का कार्य करें अंचलाधिकारी द्वारा फिर से विरोध डाला जाता है तो आप उनसे कहें कि मकान निर्माण रोकने का आदेश है तो कृपया कागजात दिखाएं और अगर कागजात में किसी भी वजह से मकान कि कागजात नहीं है तो आप मकान निर्माण कार्य को रोक सकते हैं अन्यथा नहीं।

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आपको बता दें कि उपयुक्त जमीन क्षेत्र में है उस क्षेत्र में कुर्मी समुदाय के लोग निवासी हैं और भासो देवी जोकि पासवान समुदाय से आते हैं और भासो देवी के द्वारा यह भी कहा गया है कि हमारी जाति को लेकर भी आसपास के लोगों और कुछ बड़े नेताओं के द्वारा हमें हमारे जमीन पर मकान बनाने नहीं दिया जा रहा है कहा जाता है कि हमारे क्षेत्र में छोटे जाति वालों के लिए कोई जगह नहीं है।जमीन मामले को लेकर जब संवाददाता ने अंचलाधिकारी से संपर्क साधने की कोशिश किया तो अंचल अधिकारी ना तो कार्यालय पर मिले और ना ही उनका फोन लगा बल्कि उनका फोन स्विच ऑफ बताया जा रहा था वहीं संवादाता जब अस्थावां थाना पहुंचे तो थाना प्रभारी भी थाना से गायब मिले और जब कॉल किया गया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया।

इससे साफ जाहिर होता है कि अंचलाधिकारी इस मामले को लेकर कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं और अंचलाधिकारी द्वारा लोगों को बेफिजूल परेशान करने का काम किया जा रहा है।भासो देवी ने कही अंचला अधिकारी और थाना प्रभारी को मैंने बोला कि हमारा न्यायालय का आदेश है तो उन्होंने कहा हम लोगों को ऊपर से आदेश है कार्य रुकवाने का अगर कार्य में हाथ लगाते हैं तो हम लोगों को मजबूरन आप को गिरफ्तार करना पड़ेगा।

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