BPSC की PT परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा फैसला.. जानिए अब कैसे होगी परीक्षा ?

nitish bpsc बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला है। BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बड़ी बैठक बुलाई थी । जिसमें बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद,मुख्य सचिव अमीर सुबाहनी मौजूद थे। इस दौरान सभी जिलाधिकारियों और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ भी चर्चा की गई। जिसके बाद फैसला लिया गया है ।

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला है। BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बड़ी बैठक बुलाई थी । जिसमें बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद,मुख्य सचिव अमीर सुबाहनी मौजूद थे। इस दौरान सभी जिलाधिकारियों और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ भी चर्चा की गई। जिसके बाद फैसला लिया गया है ।

सीएम नीतीश ने लिया बड़ा फैसला
BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर हुई हाईलेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया है । बैठक में कहा गया है कि बीपीएससी 67 वीं की प्रारंभिक परीक्षा अब एक ही दिन एक ही पाली में ली जाएगा।

छात्रों के आगे झुकी सरकार
दरअसल, बुधवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 67वीं परीक्षा में बदलाव किए जाने के विरोध में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था । अभ्यर्थी लगातार परसेंटाइल सिस्टम को खत्म कर परसेंटेज सिस्टम और एक पाली में परीक्षा आयोजित कराने की मांग कर रहे थे । जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि वो इस मामले में बैठक कर फैसला करेंगे ।

पैटर्न में हुआ था बदलाव
दरअसल, बीपीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया था । बीपीएससी ने दो पाली में परीक्षा को आयोजित करने की घोषणा की थी। 67वीं पीटी परीक्षा को लेकर बीपीएससी ने तारीख का भी ऐलान कर दिया था। जिसके मुताबिक 20 और 22 सितंबर, 2022 को परीक्षा होनी थी । नोटिफिकेशन के अनुसार 67वीं पीटी की यह परीक्षा दो दिन की होगी जिसमें प्रारंभिक परीक्षा में परसेंटाइल के आधार पर अंक देने का निर्णय लिया गया था।

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क्यों नाराज़ थे छात्र
अभ्यर्थी बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा के पैटर्न में किए गए बदलाव का विरोध कर रहे थे। छात्रों की मांग है कि 67वीं बीपीएससी की परीक्षा एक ही दिन और एक ही पाली में हो । साथ ही ये भी मांग थी कि परीक्षा का रिजल्ट परसेंटाइल सिस्टम से नहीं बल्कि परसेंटेज सिस्टम से तय हो । आपको बता दें कि परसेंटेज और परसेंटाइल सिस्टम में बहुत अंतर होता है ।

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