आधुनिक भारत में शिक्षा देने वाला ही मटकी से पानी पीने की सजा मौत दी।

रेहड़ी पटरी फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष एवं संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रवक्ता रामदेव चौधरी ने घटना को निंदा करते हुए ब्यान जारी कर कहा कि राजस्थान के जालोर जिले सुराणा स्थित सरस्वती विद्यालय के कक्षा तीसरी के दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल ने शनिवार को अमदाबाद के अस्पताल में इलाज के क्रम में मृत्यु हो गई इस दलित छात्र का इतना ही कसूर था कि प्रधानाध्यापक की मटकी से पानी पिया था

जिसकी सजा इस दलित छात्र को जान देकर चुकानी पड़ी घटना 23 दिन पहले घटी थी यानी यह घटना 20 जुलाई की है छात्र के चाचा ने शनिवार को केस दर्ज करवाया चाचा किशोर मेघवाल के मुताबिक प्रधानध्यापक के मटकी से पानी पीने पर छैल सिंह इतना गुस्सा हो गया कि इंद्र को जातिसूचक देते हुए बुरी तरह से पीट दिया

जिसे कान के नीचे गहरी चोट लग गई वह दलित छात्र कराहता हुआ घर पहुंचा तो परिजन इलाज के लिए अस्पताल ले गए स्थानीय अस्पताल के बाद उदयपुर में इलाज करवाया आराम ना मिलने पर अमहदाबाद रेफर कर दिया जहां शनिवार को इलाज के क्रम में इस दलित छात्र ने दम तोड़ दिया डॉक्टर ने इंद्र के कान के नीचे गहरी चोट बताई जिसके कारण मृत्यु हो गई इस घटना में प्रधानाध्यापक की गिरफ्तारी कम है हम राजस्थान के सरकार से मांग करते हैं कि इस घटना के दोषी प्रधानाध्यापक को स्पीड ट्रायल के अंतर्गत फांसी की सजा हो और पीड़िता के परिवार को एक करोड़ रुपैया मुआवजा मिले एवं एक परिवार को सरकारी नौकरी मिले।

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