न्यूज नालंदा – वन पदाधिकारी हत्याकांड: अब भी पुलिस के हाथ खाली, अपराधी तो दूर कारणों का खुलासा नहीं

राजगीर में वन पदाधिकारी की नृशंस हत्या के तीसरे  दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं। अपराधी तो दूर अब तक कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस सभी संभावनाओं पर जांच का दायरा बढ़ाने का दावा कर रही है। शुक्रवार को पटना से डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया गया। खोजी कुत्ते को घटनास्थल और मृतक के घर के समीप दौड़ाया गया। डॉग स्क्वायड से पुलिस जांच को दिशा मिलने का दावा कर रही है। अपरिहार्य कारणों से फोरेंसिक टीम नहीं पहुंच सकी। अनुमान है एफएसएल टीम शनिवार को आएगी। साक्ष्य नष्ट न हों इस कारण घटनास्थल के समीप घेरा डालकर किसी के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। इधर, मृतक के पुत्र मनीष कुमार ने अज्ञात बदमाशों को आरोपित कर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है।

न्यूज नालंदा – वन पदाधिकारी हत्याकांड: अब भी पुलिस के हाथ खाली, अपराधी तो दूर कारणों का खुलासा नहीं

सीएम से पा चुके थे सम्मान
वन पदाधिकारी सीएम नीतीश कुमार के हाथों सम्मानित हो चुके थें। कर्तव्यनिष्ठा के लिए वेणु वन के विस्तारीकरण समारोह में सीएम ने उन्हें सम्मानित किया था। उनकी सेवाभाव और निष्ठा को देखते हुए रिटायर्ड होने के बाद फिर से उन्हें संविदा पर बहाल किया गया था।

नहीं रुक रहें आंसू, परिवार पूछ रहा कातिल कौन
पदाधिकारी 20 साल से राजगीर में तैनात थे। दो साल पहले उन्होंने जगदेव नगर में जमीन खरीदकर मकान बनाया था। जहां पत्नी व छोटे पुत्र के साथ रह रहे थे। बड़ा पुत्र संजीव बेतिया में आरक्षी है। इसी तरह मंझोला पुत्र भी दूसरे शहर में रहकर नौकरी करता था। घर में वह पत्नी व छोटे बेटे के साथ रहते थे। हत्याकांड के बाद से परिवार के आंसू नहीं रुक रहे हैं। पत्नी व पुत्र पुलिस से पूछ रहे हैं कि कातिल कौन है। किस कारण उनके पिता को मारा गया। हालांकि, पुलिस परिवार के सवाल पर चुप्पी साधे है।

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कर्मियों में शोक के साथ खौफ
पदाधिकारी की नृशंस हत्या से वन विभाग के अन्य कर्मियों में शोक के साथ खौफ देखा जा रहा है। घटना के कारणों का खुलासा नहीं होने के कारण लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। कर्मियों की मानें तो मृतक शालीन स्वभाव के थे। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी।

पर्यटक स्थल की सुरक्षा पर सवाल

वन पदाधिकारी की नृशंस हत्या से राजगीरवासी खौफजदा हैं। बुद्धिजीवियों ने बताया कि पयर्टक स्थल की सुरक्षा भगवान भरोसे हैं। इलाके में आए दिन आपराधिक वारदात हो रही है। वन पदाधिकारी की हत्या रेल थाना और पदाधिकारियों के आवास के समीप, राह चलते हुए कर दिया गया। जिसकी भनक तक गश्ती पुलिस को नहीं लगी। इस वारदात से लोग दहशत में हैं। पर्यटक सीजन की शुरूआत में नृशंस हत्या का असर पर्यटन उद्योग पर प्रतिकूल पड़ेगा।

सभी बिंदुओं  पर जांच का दावा

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